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लेखनी कहानी -08-Jan-2023 अनुशासन

व्यक्तित्व विकास में बहुत सारे अवयव काम करते हैं लेकिन अनुशासन एक ऐसा कारक है जो व्यक्तित्व विकास में सर्वाधिक प्रभावशाली भूमिका अदा करता है । ये एक ऐसा गुण है जो अकेला ही सफलता प्रदान करवा देता है । तराजू के एक पलड़े में यदि अनुशासन को रख दिया जाये और दूसरे पलड़े में अन्य गुणों को रख दिया जाये तो अनुशासन का पलड़ा फिर भी भारी पड़ेगा । यह बात अनुशासन के महत्व को रेखांकित करने के लिए पर्याप्त है । 


अनुशासन "अनु" और "शासन" शब्दों से मिलकर बना है जिसका अर्थ है "स्वनियंत्रण" । स्वयं के कार्यों और व्यवहार पर नियंत्रण रखना ही अनुशासन है । मनुष्य की दिनचर्या और उसके व्यवहार से यह पता चल जाता है कि उसमें कितना अनुशासन है । स्वच्छ वस्त्र पहनना, सलीके से पहनना, बालों में कंघी करना , साफ सुथरे जूते पहनना ये सब अनुशासन के द्योतक हैं । जब कोई व्यक्ति बड़े प्रेम, आदर और सम्मान के साथ वार्तालाप करता है तो इससे उसके संस्कारों का पता चल जाता है तथा यह भी पता चल जाता है कि वह व्यक्ति कितना अनुशासित है ? एक अनुशासित व्यक्ति घर, कार्यालय और समाज में सदैव सम्मान प्राप्त करता है और वह सबके लिए प्रशंसनीय है । 

अब प्रश्न उत्पन्न होता है कि अनुशासन कैसे हो सकता है ? इसके लिए हमें छोटी छोटी बातों का ध्यान रखना चाहिए । ये बातें निम्न हो सकती हैं 
1. दिनचर्या से संबंधित बातें 
* सुबह और रात को सोते समय दांत साफ करना 
* प्रतिदिन स्नान करना 
* समय पर नाश्ता, भोजन करना 
* झूठा खाना नहीं छोड़ना और खाना बेकार नहीं फेंकना 
* साफ सुथरा रहना आदि बातें 

2. व्यवहार से संबंधित बातें 
* अपने से बड़ों को आदर देना 
* छोटों से भी आत्मीयता पूर्वक बातें करना 
* महिलाओं का सम्मान करना 
* माता पिता और गुरू की आज्ञा का पालन करना 
* कार्यालय में अपने बॉस के साथ समन्वय स्थापित करना 
* अपने सहकर्मियों के साथ अच्छा व्यवहार करना 
*जानवरों को तंग नहीं करना 
*अपने काम से काम रखना ।
*चुगली नहीं करना 
इनके अलावा भी और बहुत सारी बातें हैं  । हमें इतना ध्यान रखना है कि चरित्र निर्माण में सबसे अधिक महत्व अनुशासन का ही है । मन, वाणी और कर्म पर अनुशासन रखने वाला व्यक्ति सफलता के शिखर छूता है । विजय श्री उसके आंगन में खेलती है । आनंद नृत्य करता है । उसके जीवन में रसों की बरसात होती रहती है और वह मस्त रहता है । 

अत: जीवन में सफल होने के लिए अनुशासित होना बहुत आवश्यक है । अनुशासन सफलता का मूलमंत्र है । जिंदगी में अनुशासन नहीं है तो समझो जिंदगी जिंदगी नहीं है । 

श्री हरि 
8.1.20


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4 Comments

Muskan khan

09-Jan-2023 05:55 PM

Nice

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Hari Shanker Goyal "Hari"

09-Jan-2023 10:20 PM

💐💐🙏🙏

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Sushi saxena

08-Jan-2023 08:16 PM

👌👌👌

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Hari Shanker Goyal "Hari"

09-Jan-2023 10:20 PM

💐💐🙏🙏

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